हाथ-पैर में आता है ज्यादा पसीना? हाइपरहाइड्रोसिस बीमारी दूरबीन से इलाज
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2 years ago
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हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) क्या है? हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) एक आम स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति को बहुत ज्यादा पसीना आता है, और उसके शरीर को तापमान को नियमित करने के लिए जरूरत से ज्यादा पसीना बहता है। अत्यधिक पसीना आना आमतौर पर किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए कोई गंभीर खतरा नहीं है, लेकिन यह संकोच की स्थिति और परेशानी बढ़ाने वाला हो सकता है। इसके कारण होने वाली असुविधा आपकी जीवन-शैली पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। प्राइमरी हाइपरहाइड्रोसिस (primary Hyperhidrosis) के मामलों में ऐसा माना जाता जाता है कि, मस्तिष्क के पसीने की प्रक्रिया को नियंत्रित करने वाले भाग में कोई समस्या है, जिस कारण वह एक्राइन ग्रंथियों (eccrine glands) को पसीना बहाने के संकेत भेजता है, जबकि शरीर को ठंडा करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। सर्जरी वीडियो एसेस्टिड थोरेसिस सिम्पेथेक्टोमी (Video-assisted thoracic sympathectomy) (VATS), हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) के इलाज के लिए सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल में लाई जाने वाली सर्जरी है। आमतौर पर VATS की सलाह हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) के ऐसे मामलों में की जाती है जहां इलाज के अन्य तरीके असफल रहे हों। इस प्रक्रिया में, सहानुभूति तंत्रिका तंत्र से, प्रभावित पसीने की ग्रंथियों की ओर जाने वाली कुछ तंत्रिका ऊतकों को हटाने के उद्देश्य से डॉक्टर आपकी छाती में एक तरफ 2 छोटे छोटे छेद करेगा। कांख, चेहरे और हाथों से अत्यधिक पसीना आने की समस्या के इलाज के लिए VATS का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, पैरों में अत्यधिक पसीना आने की समस्या के इलाज की सलाह नहीं दी जाती है क्योकि इसके ऑपरेशन के दौरान नपुंसकता जैसी स्थाई यौन समस्या होने का जोखिम होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पीठ से पैरों की ओर जानेवाली सहानुभूति तंत्रिका तंत्र के एक हिस्से को होने वाली क्षति के कारण जननांगों से जुड़ी तंत्रिकाओं को भी क्षति का जोखिम होता है।
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